वाल्मीकि रामायण के अनुसार देवान्तक रावण और उसकी दूसरी पत्नी दम्यमालिनी[1] के चार पुत्रों में से तीसरा पुत्र था। [2]

उत्पत्ति

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देवान्तक का जन्म दम्यमालिनी के गर्भ से रावण के पुत्र के रूप में हुआ था। वह अपने पिता रावण के समान ही बलशाली और विद्वान था। देवान्तक सभी प्रकार के अस्त्रों और शस्त्रों का प्रयोग करना भली भांति जानता था। माया युद्ध में भी वह बेहद निपुण था। माया युद्ध उसे स्वयं उसके बड़े भाई मेघनाद ने सिखाया था।

देवान्तक का वध लन्का युद्ध में हनुमान रूपी भगवान शिव के हाथों हुआ था।

  1. "रावण ने कितनी शादियां की थीं और कौन थीं उसकी पत्नियां". hindi.webdunia.com. अभिगमन तिथि 23 जुलाई 2023.
  2. "इस तरह रावण के पुत्र अतिकाय का अंत हो गया -". Jagran. अभिगमन तिथि 23 जुलाई 2023.