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"लॉकडाउन": अवतरणों में अंतर

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'''लॉकडाउन''' अथवा '''पूर्णबन्दी''' एक आपातकालीन प्रोटोकॉल है। आपातकालीन स्थिति में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा यह प्रतिबंध लगाया जाता है। जिस शहर को लॉकडाउन किया जाता है उस शहर में कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल सकता है। वह स्वयं को घर में कैद कर लेता है। मात्र अति आवश्यक कार्य के लिए लोग घर सेे बाहर निकल सकते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://economictimes.indiatimes.com/hindi/news/what-is-lockdown-why-it-is-imposed/articleshow/74766412.cms?from=mdr|title=लॉकडाउन क्या है, यह क्यों किया जाता है|last=|first=|date=|website=The economics times|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>
'''लॉकडाउन''' अथवा '''पूर्णबन्दी''' एक आपातकालीन प्रोटोकॉल है। आपातकालीन स्थिति में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा यह प्रतिबंध लगाया जाता है। जिस शहर को लॉकडाउन किया जाता है उस शहर में कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल सकता है। वह स्वयं को घर में कैद कर लेता है। मात्र अति आवश्यक कार्य के लिए लोग घर सेे बाहर निकल सकते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://economictimes.indiatimes.com/hindi/news/what-is-lockdown-why-it-is-imposed/articleshow/74766412.cms?from=mdr|title=लॉकडाउन क्या है, यह क्यों किया जाता है|last=|first=|date=|website=The economics times|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>


'''डब्ल्यूएचओ के एग्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर माइक रायन ने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए सिर्फ़ लॉकडाउन किया जाना ही कारगर तरीका नहीं है.'''
''[[विश्व स्वास्थ्य संगठन|डब्ल्यूएचओ]] के एग्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर माइक रायन ने कहा कि [[कोरोनावायरस|कोरोना वायरस]] को रोकने के लिए सिर्फ़ लॉकडाउन किया जाना ही कारगर तरीका नहीं है''


समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने माइक रायन के हवाले से कहा, "लॉकडाउन के साथ-साथ सभी देशों को कोरोना वायरस की सही तरह से टेस्टिंग भी करनी होगी. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है और जब लॉकडाउन ख़त्म किया जाएगा तो कोरोना का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैलने लगेगा.|
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने माइक रायन के हवाले से कहा, "लॉकडाउन के साथ-साथ सभी देशों को कोरोना वायरस की सही तरह से टेस्टिंग भी करनी होगी. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है और जब लॉकडाउन ख़त्म किया जाएगा तो कोरोना का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैलने लगेगा.|
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'''किन-किन नियम को तोड़ने पर है सजा?'''
'''किन-किन नियम को तोड़ने पर है सजा?'''


गृह मंत्रालय के ऑर्डर के मुताबिक, कोरोना को लेकर लगातार अफवाहें फैल रही हैं. लॉकडाउन के दौरान उसके बाद भी अगर कोई कोरोना वायरस से संबंधित अफवाह फैलाता है तो उसे भी एक साल तक की सजा हो सकती है. साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है. कोरोना वायरस के नाम पर सहायता फंड बनाकर उसमें घोटाला करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी. ऐसे करने पर दो साल तक की सजा का प्रावधान है. साथ ही कॉर्पोरेट जुर्माना भी लगाया जा सकता है.|[[File:Zone wise lockdown in new Bhopal 2.jpg|thumb|350px|[[2019–20 कोरोनावायरस महामारी]] के प्रकोप के कारण घोषित लॉकडाउन में [[भोपाल]] में आवाजाही हेतु अवरोधित मुख्य मार्ग]]
गृह मंत्रालय के ऑर्डर के मुताबिक, कोरोना को लेकर लगातार अफवाहें फैल रही हैं. लॉकडाउन के दौरान उसके बाद भी अगर कोई कोरोना वायरस से संबंधित अफवाह फैलाता है तो उसे भी एक साल तक की सजा हो सकती है. साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है. कोरोना वायरस के नाम पर सहायता फंड बनाकर उसमें घोटाला करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी. ऐसे करने पर दो साल तक की सजा का प्रावधान है. साथ ही कॉर्पोरेट जुर्माना भी लगाया जा सकता है.[[File:Zone wise lockdown in new Bhopal 2.jpg|thumb|350px|[[2019–20 कोरोनावायरस महामारी]] के प्रकोप के कारण घोषित लॉकडाउन में [[भोपाल]] में आवाजाही हेतु अवरोधित मुख्य मार्ग]]


==सन्दर्भ==
==सन्दर्भ==
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==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
लॉकडाउन 4.0 की भारत में नियम<ref>{{Cite web|url=https://www.paigamehind.com/2020/05/lockdown-4.0-rules-in-india.html|title=लॉकडाउन 4.0 भारत: Lockdown 4.0 rules in india|last=Sharma|first=Navdeep|website=पैगाम-ए-हिंद|access-date=2020-05-19|archive-date=3 जून 2020|archive-url=https://web.archive.org/web/20200603123620/https://www.paigamehind.com/2020/05/lockdown-4.0-rules-in-india.html|url-status=dead}}</ref>

[[श्रेणी:आपातकालीन प्रबन्धन]]
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02:26, 23 जुलाई 2024 के समय का अवतरण

लॉकडाउन अथवा पूर्णबन्दी एक आपातकालीन प्रोटोकॉल है। आपातकालीन स्थिति में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा यह प्रतिबंध लगाया जाता है। जिस शहर को लॉकडाउन किया जाता है उस शहर में कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकल सकता है। वह स्वयं को घर में कैद कर लेता है। मात्र अति आवश्यक कार्य के लिए लोग घर सेे बाहर निकल सकते हैं।[1]

डब्ल्यूएचओ के एग्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर माइक रायन ने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए सिर्फ़ लॉकडाउन किया जाना ही कारगर तरीका नहीं है

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने माइक रायन के हवाले से कहा, "लॉकडाउन के साथ-साथ सभी देशों को कोरोना वायरस की सही तरह से टेस्टिंग भी करनी होगी. क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है और जब लॉकडाउन ख़त्म किया जाएगा तो कोरोना का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैलने लगेगा.|

सवाल उठता है कि भारत में लॉकडाउन कितना कारगर हो सकता है?

लॉकडाउन करने का एक ही मक़सद होता है कि लोग एक-दूसरे के संपर्क में ना आएं. लेकिन भारत में इसे पूरी तरह से लागू कर पाना संभव नहीं है. हम देख चुके हैं कि जनता कर्फ्यू के दौरान भी लोग शाम के वक़्त रैलियां निकालते हुए सड़कों पर आ गए थे. बस उम्मीद की जा सकती है कि इस बार ये 21 दिन का किया गया है तो लोगों को बीमारी कितनी ख़तरनाक है इसका अंदाज़ा लग गया होगा."

सेल्फ क्वेरेंटाइन या आइसोलेशन जैसी चीज़ें भारतीय लोगों के लिए बहुत नई हैं. वो कहते हैं कि सरकार बहुत देरी से कदम उठा रही है

किन-किन नियम को तोड़ने पर है सजा?

गृह मंत्रालय के ऑर्डर के मुताबिक, कोरोना को लेकर लगातार अफवाहें फैल रही हैं. लॉकडाउन के दौरान उसके बाद भी अगर कोई कोरोना वायरस से संबंधित अफवाह फैलाता है तो उसे भी एक साल तक की सजा हो सकती है. साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है. कोरोना वायरस के नाम पर सहायता फंड बनाकर उसमें घोटाला करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी. ऐसे करने पर दो साल तक की सजा का प्रावधान है. साथ ही कॉर्पोरेट जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

2019–20 कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के कारण घोषित लॉकडाउन में भोपाल में आवाजाही हेतु अवरोधित मुख्य मार्ग

सन्दर्भ

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  1. "लॉकडाउन क्या है, यह क्यों किया जाता है". The economics times.

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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लॉकडाउन 4.0 की भारत में नियम[1]

  1. Sharma, Navdeep. "लॉकडाउन 4.0 भारत: Lockdown 4.0 rules in india". पैगाम-ए-हिंद. मूल से 3 जून 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-05-19.

[1] [1] Archived 2023-05-22 at the वेबैक मशीनget full details of lockdown Archived 2023-05-22 at the वेबैक मशीन

  1. Pdf, Upsc. "Corona virus: Lockdown क्या है, यह क्यों किया जाता है?". UPSCPDF. मूल से 24 मार्च 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-02.